AIMERS-MPPSC 🎯
AIMERS 🎯 For MPPSC exam aspirants ⬅️ Help🤝, exam updates📡, notes📒, guidance✌️ join group👍 share with your friends 🎯 Administrator- @aditya21aimers On youtube 👇 https://youtube.com/@aimersformppsc
Більше556
Підписники
Немає даних24 години
-17 днів
-1030 днів
- Підписники
- Перегляди допису
- ER - коефіцієнт залучення
Триває завантаження даних...
Приріст підписників
Триває завантаження даних...
Фото недоступнеДивитись в Telegram
ज़िंदगी हो तो पूजा खेड़कर जैसी
UPSC रैंक 821 आई मगर IAS मांगता मैं और लिया भी।
बाप की संपत्ति 40 करोड़ मगर अपुन नॉन-क्रीमी लेयर में आता है।
ट्रेनी IAS हैं मगर मुझे अपने सीनियर का ऑफिस कब्जाना है और कब्जाया भी।
अपुन Audi पर नीली बत्ती लाल बत्ती मांगता है, गाड़ी का VIP नम्बर मांगता है और मिला भी।
दरअसल पूजा खेड़कर अब तक मात्र अपने नख़रीले अंदाज़ के कारण चर्चा में थीं और उनका ट्रांसफर हो गया था मगर
अब सामने आया है कि इन्होंने दिव्यांग कैटेगरी से सलेक्शन लिया और 821 रैंक के बाबजूद IAS बनी। इन्हें UPSC ने छह बार मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया मगर ये नहीं गईं।
अब upsc से भी विश्वास उठ गया
🤣 6👍 1
पुराने दिनों में यूपीएससी सिविल सर्विसेज लाचार मध्यम वर्ग के लिए सफलता का सर्वोत्तम झुनझुना हुआ करता था, जिसको समय समय पर बजाकर छात्र अपना दिल हल्का करते थे।
रिक्शेवाले का बेटा, बिहारी मजदूर, और अन्य गरीब लोग जब एक आध सीट पा जाते थे तो इस खबर में खूब सारा शहद लगाकर फ्रंट पेज पर छापा जाता था। पर बीते कुछ साल में अचानक से नेताओं और उद्योगपतियों के बच्चों का खूब सेलेक्शन हो रहा है, हो सकता है मेहनत के बलबूते हीं हुआ हो, पर अचानक से!
नए अफसरशाह अब जनता के सेवक नहीं सेलिब्रिटी हैं, उनके आसपास तीन चार कैमरामैन उनके समस्त भौकाल के क्षण को रिकॉर्ड करते रहते है।
यूपीएससी जैसी संस्था फर्जी विकलांग और जाति सर्टिफिकेट पर उद्योगपति और नेताओं के बच्चों को आईएएस बना रही है, और हम हिंदी मीडियम वाले खुश हैं कि कम से कम एक मनोज का चयन तो हुआ।
👍 4❤ 1
Kisi ko side income ke liye kuch kaam Krna ho to mujhe msg kre ...👍
Work mobile phone se hi rahega 😊
@aditya21aimers
👍 1🔥 1
😡MPPSC को आइना दिखाता हुआ लेख
हालांकि इसमें केवल उन गलतियों का जिक्र है जिनको मान लिया गया है इससे कई गुना गलतियां हुई है जिन पर कोर्ट केस चल चुके हैं
⭐️संवैधानिक संस्था होने के बावजूद क्या सोर्स की इतनी कमी है कि सही प्रश्न नहीं बन पाते
🔽परिणाम हुआ : स्टूडेंट्स की घटती रूचि, लगातार फॉर्म भरने वालों की संख्या लगातार कम होती गई
हालांकि इसके अन्य कारण भी है लेकिन यह भी मेजर कारण है
👍 1
Фото недоступнеДивитись в Telegram
MPPSC PRE ऑब्जेक्शन लिंक ओपन कर दी गई हैं।
https://www.mponline.gov.in/Portal/Examinations/MPPSC/Attestation/Home/Home.aspx
Оберіть інший тариф
На вашому тарифі доступна аналітика тільки для 5 каналів. Щоб отримати більше — оберіть інший тариф.