Study Hamare sath
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last Minute Tips by UGC NET Topper | Saurabh Shukla | Study hamare sath
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उत्तर- (a)
व्याख्या- 1920 ई. से 1925 ई. के समय में पंजाब में गुरुद्वारे। को महंतों के कब्जे से स्वतंत्र करवाने के लिए गुरुद्वारा सुधार आंदोलन चला था। इस आंदोलन को 'अकाली आंदोलन' भी कहा जाता है। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिये अकाली दल ने कई मोर्चे लगाए जिनमें क्रमशः थे- (i) ननकाना गुरुद्वारा कांड (ii) तोशखाना गुरुद्वारा कांड (iii) गुरु का बाग संघर्ष
(iv) जैतों का मोर्चा
• ननकाना गुरुद्वारा कांड ननकाना साहिब गुरुद्वारे के महंत नारायणदास को निकालने के लिये सिक्खों का एक दल 20 फरवरी 1921 को भाई लक्ष्मण सिंह के नेतृत्व में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पहुंचा। महात्मा गाँधी 3 मार्च, 1921 को अकाली सुधारकों से सहानुभूति प्रकट करने ननकाना आए। गाँधीजी ने अकाली सुधारकों को सरकारी जाँच आयोग से सहयोग का सुझाव दिया।
• तोशखाना गुरुद्वारा कांड अंग्रेजी सरकार के पास श्री हरिमंदिर साहिब (अमृतसर) के खजाने की चाभियाँ थीं। 21 नवम्बर, 1921 को अकालियों ने सरकार से खजाने की चाभियाँ माँगी परन्तु सरकार ने मना कर दिया। अंततः सरकार ने 17 फरवरी, 1922 को अकालियों को चाभियाँ सौंप दी। इस अवसर पर महात्मा गाँधी ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष 'बाबा खड़क सिंह' को 'पत्र' लिखकर बधाई देते हुये कहा- "भारत की स्वतंत्रता के प्रथम युद्ध में विजय हुई या हमने आजादी की पहली लड़ाई जीत ली, मुबारक हो।" •
गुरु का बाग संघर्ष पंजाब के अधिकारियों ने लंगर के लिए सूखे कीकर वृक्षों की लकड़ी काट रहे अकाली स्वयंसेवकों को गिरफ्तार कर लिया और तर्क दिया कि सूखी लकड़ी गुरुद्वारे के महंत की निजी सम्पत्ति है। ऐसे में अकाली स्वयंसेवक 'गुरु का बाग' की ओर चल पड़े जहाँ उनको गिरफ्तार कर लिया गया। सी.एफ. एंड्यूज ने इसे 'इंग्लैण्ड की नैतिक हार' बताया था।
• जैतों का मोर्चा- 1923 ई. में सरकार ने नाभा के महाराजा सरदार रिपुदमन सिंह को अकालियों की सहायता करने के अपराध में गद्दी से उतार दिया। अकालियों ने सरकार के विरुद्ध 21 फरवरी, 1924 ई. को 500 अकालियों का जत्था भेजा था। जैतों मोर्चा में पं. जवाहरलाल नेहरू ने भाग लिया था और इसी कारण ब्रिटिश सरकार ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था।
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अकाली आंदोलन से संबंधित विभिन्न घटनाओं को कालक्रम में रखिए-
(i) ननकाना गुरुद्वारा कांड
(ii) तोशाखाना गुरुद्वारा कांड
(iii) गुरु का बाग संघर्ष
कूट :
(a) i, ii, iii
(b) i, iii, ii
(c) ii, iii, i
(d) iii, ii, i
Comment
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उत्तर- (b)
व्याख्या- गाँधी जी के अनुसार सविनय अवज्ञा का अर्थ है-
सरकार द्वारा बनाए गये उन कानूनों का विरोध करना जो नैतिक नहीं है। उल्लेखनीय है कि गाँधी ने सिविल डिस ओबियन्स शब्द अमेरिकी अराजकतावादी हेनरी डेविड थोरी से ग्रहण किया था। गाँधी जी ने नमक कानून के खिलाफ 'डांडी मार्च' किया। उनका अनुसरण संपूर्ण देश में देखने को मिला। जहाँ-जहाँ समुद्री क्षेत्र थे वहाँ नेमक कानून तोड़ा गया जबकि जहाँ नमक कानून तोड़ना संभव नहीं था वहाँ अन्य तरीकों से उत्पीड़क कानूनों की अवमानना की गई। उड़ीसा में गोपबंधु चौधरी एवं हरिहर दास के नेतृत्व में नमक सत्याग्रह हुआ और करीब 12 हजार लोगों ने महानदी घाट तक पैदल मार्च किया। तमिलनाडु में सी. राजगोपालाचारी ने नमक कानून तोड़ने के लिये तंजावुर के समुद्र तट पर स्थित त्रिचनापल्ली से लेकर वेदारण्यम तक की यात्रा आयोजित की। मालाबार (केरल) में एक नायर कांग्रेसी नेता केलप्पन ने नमक सत्याग्रह किया। छतरपुर (बुंदेलखण्ड) में कुख्यात डाकू मंगल सिंह ने करों की नाऊदत्यगी (ना अदायगी) का आंदोलन चलाया। इलाहाबाद में जवाहर लाल नेहरू ने 9 अप्रैल, 1930 को शहर में गैर-कानूनी ढंग से बनाए गये नमक के पैकेट बेचकर विरोध जताया। बंगाल में सुभाष चन्द्र बोस एवं जे.एम. सेनगुप्त ने जिम्मेदारी निभाई। आंध्र प्रदेश के विभिन्न जिलों में नमक सत्याग्रह के मुख्यालय के रूप में कार्य करने के उद्देश्य से सैनिक शिविरों की तर्ज पर शिवरम् स्थापित किए थे।
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उड़ीसा में सविनय अवज्ञा आंदोलन निम्न के नेतृत्व में प्रारंभ हुआ-
(a) हसन इमाम
(b) हरिहर दास
(c) पुण्य महतो
(d) सी.सी. दास
Comment...
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उत्तर- (c)
व्याख्या- खुसरो का जन्म भगवानदास की पुत्री मानबाई से हुआ था जिसे शाहबेगम की उपाधि दी गयी थी। जहाँगीर का जन्म 30 अगस्त, 1569 ई. को हरखाबाई से हुआ था। शाहजहाँ का जन्म मारवाड़ के मोटा राजा उदयसिंह की पुत्री जगत गोसाई या जोधाबाई से हुआ था। औरंगजेब का जन्म किसी राजपूत माँ की गर्भ से न होकर मुमताज महल के गर्भ से 1618 ई. को उज्जैन के निकट दोहद में हुआ था। औरंगजेब का शाब्दिक अर्थ ताज को सुशोभित करने वाला होता है। औरंगजेब का मूल नाम मुहीउद्दीन था। उसकी उपाधि (उपनाम) बहादुर थी।
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निम्नलिखित में से किसका जन्म राजपूत माँ के गर्भ से नहीं हुआ था ?
Who among the following was not born from the womb of a Rajput mother ?Anonymous voting
- (a) खुसरो - Khusroo
- (b) जहाँगीर - Jahangir
- (c) औरंगजेब- Aurangzeb
- (d) शाहजहाँ - Shahjahan
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Hello
Good Morning everyone.🙏
कैसे है आप सब...तयारी कैसी चल रही है?
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