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╰⍆☞'रोचक तथ्य'☜┼╯

☞"Aᴍᴀᴢɪɴɢ Fᴀᴄᴛs Tᴏ Bʟᴏᴡ Yᴏᴜʀ Mɪɴᴅ. ★"छोटी-छोटी ज्ञान ही शक्ति है" ★'आपको यहाँ एक से बढ़कर एक ज्ञान की बातें, पढ़ने को मिलेगा Contact - @Shree_Krishna_Radhe

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Khan Sir Special UPSC BPSC Note's https://bit.ly/3xZRGtX https://bit.ly/3xZRGtX
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🔻New Type Quiz :- Q भारत में गाँधी जी का प्रथम सत्याग्रह कहाँ हुआ था? [A] Champaran / चम्पारण [B] Ahmedabad / अहमदाबाद [C] Kheda / खेड़ा [D] Allahabad / इलाहाबाद सभी स्टूडेंट्स सही उत्तर पर क्लिक करें ✅
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◾️लोहार की ईमानदारी एक बढ़ई किसी गांव में काम करने गया, लेकिन वह अपना हथौड़ा साथ ले जाना भूल गया। उसने गांव के लोहार के पास जाकर कहा, 'मेरे लिए एक अच्छा सा हथौड़ा बना दो। मेरा हथौड़ा घर पर ही छूट गया है।' लोहार ने कहा, 'बना दूंगा पर तुम्हें दो दिन इंतजार करना पड़ेगा। हथौड़े के लिए मुझे अच्छा लोहा चाहिए। वह कल मिलेगा।' दो दिनों में लोहार ने बढ़ई को हथौड़ा बना कर दे दिया। हथौड़ा सचमुच अच्छा था। बढ़ई को उससे काम करने में काफी सहूलियत महसूस हुई। बढ़ई की सिफारिश पर एक दिन एक ठेकेदार लोहार के पास पहुंचा। उसने हथौड़ों का बड़ा ऑर्डर देते हुए यह भी कहा कि 'पहले बनाए हथौड़ों से अच्छा बनाना।' लोहार बोला, 'उनसे अच्छा नहीं बन सकता। जब मैं कोई चीज बनाता हूं तो उसमें अपनी तरफ से कोई कमी नहीं रखता, चाहे कोई भी बनवाए।' धीरे-धीरे लोहार की शोहरत चारों तरफ फैल गई। एक दिन शहर से एक बड़ा व्यापारी आया और लोहार से बोला, 'मैं तुम्हें डेढ़ गुना दाम दूंगा, शर्त यह होगी कि भविष्य में तुम सारे हथौड़े केवल मेरे लिए ही बनाओगे। हथौड़ा बनाकर दूसरों को नहीं बेचोगे।' लोहार ने इनकार कर दिया और कहा, 'मुझे अपने इसी दाम में पूर्ण संतुष्टि है। अपनी मेहनत का मूल्य मैं खुद निर्धारित करना चाहता हूं। आपने फायदे के लिए मैं किसी दूसरे के शोषण का माध्यम नहीं बन सकता। आप मुझे जितने अधिक पैसे देंगे, उसका दोगुना गरीब खरीदारों से वसूलेंगे। मेरे लालच का बोझ गरीबों पर पड़ेगा, जबकि मैं चाहता हूं कि उन्हें मेरे कौशल का लाभ मिले। मैं आपका प्रस्ताव स्वीकार नहीं कर सकता।' सेठ समझ गया कि सच्चाई और ईमानदारी महान शक्तियां हैं। जिस व्यक्ति में ये दोनों शक्तियां मौजूद हैं, उसे किसी प्रकार का प्रलोभन अपने सिद्धांतों से नहीं डिगा सकता।
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एक बार अर्जुन ने श्री कृष्ण से कहा: इस दीवार पर कुछ ऐसा लिखो की ख़ुशी में पढूं तो दुःख हो और दुःख में पढूं तो ख़ुशी हो। श्री कृष्ण ने लिखा: Read More...... READ MORE CLICK HERE TO JOIN! जल्दी से पढ़े, लिंक सिर्फ़ 30 min के लिए।
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आग लगी थी मेरे घर में, सब पूछने वाले आए, हाल पूछा और चले गए। एक सच्चे मित्र ने पूछा: क्या क्या बचा है? मैंने कहा...... Read More...... Read More......
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केवल 50 Students जुड़ लीजिये अंतिम मौका है 👆🏼
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