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संभाजी महाराज 🔸संभाजी महाराज भोंसले का जन्म 14 मई, 1657 को हुआ था। 🔸संभाजी महाराज छत्रपति शिवाजी महाराज और उनकी पहली पत्नी साईबाई के बड़े पुत्र थे। 🔸पुरंदर की संधि के तहत संभाजी मुगलों के मनसबदार थे। 🔸बुरहानपुर पर आक्रमण के साथ ही मुगलों से लगातार झड़पें होती रहीं। संभाजी का जंजीरा के सिद्दियों और गोवा में पुर्तगालियों के साथ भी संघर्ष हुआ। 🔸1684 में उन्होंने अंग्रेजों के साथ एक संधि पर हस्ताक्षर किए क्योंकि उन्हें उनके हथियारों और बारूद की आवश्यकता का अहसास हुआ। 🔸1687 में वाई की लड़ाई मराठा और मुगल सेनाओं के बीच वाई और महाबलेश्वर के घने जंगलों में लड़ी गई थी। जिसमें मुगल हार गए । 🔸फरवरी,1689 में संभाजी और उनके 25 सलाहकारों को मुकर्रब खान की मुगल सेना ने संगमेश्वर में एक झड़प में पकड़ लिया था। 🔸संभाजी को 11 मार्च, 1689 को तुलापुर में सिर काटकर मार डाला गया। खतरे के सामने दिखाए गए साहस और दृढ़ संकल्प के कारण संभाजी को 'धर्मवीर' भी कहा जाता है। 🔸संभाजी मराठी और कुछ अन्य भाषाओं के भी विद्वान थे। उन्होंने एक संस्कृत पुस्तक बुद्धभूषणम् लिखी।
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अपणायत और मीठी बोली के शहर जोधपुर के स्थापना दिवस की सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ ।
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♦️महाराणा प्रताप♦️ जन्म - 9 मई, 1540 (ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया, विक्रम संवत् 1597) जन्म स्थान - बादल महल (कटारगढ़) कुंभलगढ़ दुर्ग पिता – महाराणा उदयसिंह माता – जयवंता बाई (पाली नरेश अखैराज सोनगरा की पुत्री) विवाह – 1557 ई. में अजबदे पँवार के साथ हुआ। पुत्र - अमरसिंह शासनकाल – 1572-1597 ई. उपनाम - 1. ‘कीका’ (मेवाड़ के पहाड़ी प्रदेशों में) 2. मेवाड़ केसरी 3. हिन्दुआ सूरज प्रथम राज्याभिषेक - 28 फरवरी, 1572 को महादेव बावड़ी (गोगुन्दा) विधिवत् राज्याभिषेक - कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ जिसमें मारवाड़ के राव चन्द्रसेन सम्मिलित हुए। प्रताप का घोड़ा – चेतक हाथी – रामप्रसाद व लूणा 🔸हल्दीघाटी का युद्ध (राजसमन्द) 18 जून, 1576 🔸वर्ष 1576 की शुरुआत में अकबर मेवाड़ पर आक्रमण की तैयारी हेतु अजमेर आया और यहीं पर मानसिंह को इस युद्ध का नेतृत्व सौंपा। 🔸मुगल सेना का प्रधान सेनानायक – मिर्जा मानसिंह (आमेर) सहयोगी सेनानायक - आसफ खाँ 🔸 सहयोगी सेनानायक - आसफ खाँ 🔸 राणा प्रताप की हरावल सेना का नेतृत्व - हकीम खाँ सूर 🔸 चंदावल सेना का नेतृत्व - राणा पूँजा 🔸 मुगल सेना के हरावल भाग का नेतृत्व - सैय्यद हाशिम 🔸 इतिहासकार बदायूँनी युद्ध में मुगल सेना के साथ उपस्थित था। 🔸 राणा प्रताप के घायल होने पर झाला बीदा ने राजचिह्न धारण किया तथा युद्ध लड़ते हुए वीर गति प्राप्त की। 🔸युद्ध में हाथी के वार से घायल राणा प्रताप के घोड़े चेतक की एक नाले को पार करने के बाद मृत्यु हो गई। 🔸बलीचा गाँव में चेतक की समाधि बनी हुई है। 🔸बदायूँनी कृत ‘मुन्तखब-उत्त-तवारीख’ में हल्दीघाटी युद्ध का वर्णन किया। 🔸इस युद्ध को अबुल-फजल ने ‘खमनौर का युद्ध’, बदायूँनी ने ‘गोगुन्दा का युद्ध’ तथा कर्नल टॉड ने ‘हल्दीघाटी का युद्ध’ कहा। 🔸राजसमन्द में प्रत्येक वर्ष ‘हल्दीघाटी महोत्सव’ मनाया जाता है। ● दिवेर का युद्ध (अक्टूबर, 1582) :- 🔸 कुँवर अमरसिंह ने अकबर के काका सेरिमा सुल्तान का वध कर दिवेर पर अधिकार किया। 🔸कर्नल जेम्स टॉड ने इस युद्ध को ‘प्रताप के गौरव का प्रतीक’ और ‘मेवाड़ का मैराथन’ कहा। 🔸5 दिसम्बर, 1584 को अकबर ने आमेर के भारमल के छोटे पुत्र जगन्नाथ कच्छवाहा को प्रताप के विरुद्ध भेजा। जगन्नाथ भी असफल रहा। जगन्नाथ की माण्डलगढ़ में मृत्यु हो गई। 🔸जगन्नाथ कच्छवाहा की ’32 खम्भों की छतरी’ - माण्डलगढ़ (भीलवाड़ा) में स्थित है। 🔸1585 ई. से 1597 ई. के मध्य प्रताप ने चित्तौड़ एवं माण्डलगढ़ को छोड़कर शेष सम्पूर्ण राज्य पर पुन: अधिकार कर लिया था। 🔸1585 ई. में लूणा चावण्डिया को पराजित कर प्रताप ने चावण्ड पर अधिकार किया तथा इसे अपनी नई राजधानी बनाया। 🔸चावण्ड में प्रताप ने ‘चामुण्डा माता’ का मंदिर बनवाया। 🔸चावण्ड 1585 से अगले 28 वर्षों तक मेवाड़ की राजधानी रहा। 🔸1597 में धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाते समय प्रताप को गहरी चोट लगी। जो उनकी मृत्यु का कारण बनी। 🔸मृत्यु - 19 जनवरी, 1597, चावण्ड 🔸 अग्निसंस्कार - बांडोली 🔸 प्रताप की 8 खम्भों की छतरी - बांडोली (उदयपुर) में खेजड़ बाँध की पाल पर। 🔸 प्रताप कालीन रचनाएँ – 1. दरबारी पंडित चक्रपाणि मिश्र – विश्ववल्लभ, मुहूर्तमाला, व्यवहारादर्श व राज्याभिषेक पद्धति। 2. जैन मुनि हेमरत्न सूरी – गोरा-बादल, पद्मिनी चरित्र चौपाई, महिपाल चौपाई, अमरकुमार चौपाई, सीता चौपाई, लीलावती 🔸 प्रताप द्वारा निर्मित मंदिर – 1. चामुण्डा देवी (चावण्ड) 2. हरिहर मंदिर (बदराणा)
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विश्व रेड क्रॉस दिवस 🌎 🩸 प्रतिवर्ष 08 मई को सम्पूर्ण विश्व में ‘विश्व रेड क्रॉस दिवस’ मनाया जाता है। 🩸 यह दिवस, अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रीसेंट आंदोलन के सिद्धांतों को रेखांकित करता है। 🩸 यह दिवस आम जनमानस को मानवीय सहायता उपलब्ध कराने के कार्यों में संलग्न विश्व की महत्त्वपूर्ण एजेंसी (रेड क्रॉस) और समाज में उसके योगदान को जानने का अवसर प्रदान करता है। 🩸 रेड क्रॉस सोसायटी का मुख्य उद्देश्य मूल रूप से हर समय और परिस्थितियों में सभी प्रकार की मानवीय गतिविधियों को प्रेरित करना, आरंभ करना और प्रोत्साहित करना है। 🩸 विश्व रेड क्रॉस दिवस 8 मई को हेनरी डुनांट की जयंती पर मनाया जाता है, जो रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के संस्थापक थे। 🩸 ‘जीन हेनरी ड्यूनैंट’ को वर्ष 1901 में पहला नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया था। 🩸 यह दुनिया के सबसे बड़े स्वतंत्र मानवतावादी संगठन, इंटरनेशनल रेड क्रॉस और रेड क्रीसेंट मूवमेंट का एक हिस्सा है। 🩸 इसका उद्देश्य आपदाओं तथा आपात स्थितियों के समय राहत प्रदान करना है और कमजोर लोगों एवं समुदायों के बीच स्वास्थ्य सुविधाओं को भी बढ़ावा देना है।
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विश्व एथलेटिक्स दिवस🏃‍♂️🏃‍♀️🌍 ◾️ विश्व स्तर पर एथलीटों और खिलाड़ियों के महत्त्व को चिह्नित करने के लिए, प्रतिवर्ष 7 मई को विश्व एथलेटिक्स दिवस मनाया जाता है। ◾️ विश्व एथलेटिक्स दिवस की स्थापना इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन (IAAF) के तत्कालीन अध्यक्ष स्वर्गीय प्राइमो नेबियोलो द्वारा की गई थी । ◾️ पहला विश्व एथलेटिक्स दिवस 15 मई,1996 को आयोजित किया गया था, जिसमें 50 से अधिक देशों ने भाग लिया था। ◾️ एथलेटिक्स महासंघों के अंतर्राष्ट्रीय संघ IAAF का गठन 17 जुलाई, 1912 को हुआ था। इसका हेडक्वार्टर पहले स्वीडन की राजधानी स्टाकहोम में था। बाद में इसे मोनाको शिफ्ट कर दिया गया। ◾️ विश्व एथलेटिक्स दिवस का उद्देश्य लोगों को खेलों को अपनाने और विभिन्न खेलों और एथलेटिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है। ◾️ यह दिन लोगों को शारीरिक फिटनेस को प्राथमिकता देने और दुनिया के युवाओं के बीच खेलों को लोकप्रिय बनाने में मदद करता है।
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विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 🖋 प्रतिवर्ष 3 मई को सम्पूर्ण विश्व में ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस’ (WPFD) मनाया जाता है। 🖋 यह दिवस ‘ संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन’ (UNESCO) द्वारा आयोजित किया जाता है। 🖋 इस वर्ष विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की थीम ‘ए प्रेस फॉर द प्लैनेट: जर्नलिज़्म इन द फेस ऑफ द एनवायर्नमेंटल क्राइसिस’है। 🖋 वर्ष 1991 में यूनेस्को की जनरल कॉन्फ्रेंस की सिफारिश के बाद वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की घोषणा की थी। 🖋 यह दिवस वर्ष 1991 में यूनेस्को द्वारा अपनाई गई 'विंडहोक' (Windhoek) घोषणा को चिह्नित करता है। 🖋 वर्ष 1991 की ‘विंडहोक घोषणा’ एक मुक्त, स्वतंत्र और बहुलवादी प्रेस के विकास से संबंधित है। 🖋 यूनेस्को द्वारा वर्ष 1997 से प्रतिवर्ष 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 'गिलेरमो कानो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम' पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है। 🖋 प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ नामक संगठन ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक’ जारी करता है।
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आज का सुविचार 🌅
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‘विश्व टूना दिवस’ ⬧ प्रतिवर्ष 2 मई को टूना मछली (Tuna Fish) के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए सम्पूर्ण विश्व में ‘विश्व टूना दिवस’ मनाया जाता है। ⬧ यह दिन संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा टूना मछली के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया है। ⬧ विश्व टूना दिवस को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा दिसंबर, 2016 में 71/124 के प्रस्ताव को ग्रहण कर आधिकारिक रूप से घोषित किया गया था। ⬧ संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, विश्व में कई देश खाद्य सुरक्षा और पोषण दोनों के लिए टूना मछली पर निर्भर है। ⬧ संयुक्त राष्ट्र ने सतत मात्स्यिकी प्रथाओं के बारे में और टूना की भारी माँग से इसे होने वाले खतरों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए इस दिवस की स्थापना की थी। ⬧ टूना मछली अपने स्वस्थ और स्वादिष्ट मांस के लिए विश्व स्तर पर लोकप्रिय है। टूना मछली ओमेगा-3 से समृद्ध है और इसमें मिनरल्स, प्रोटीन और विटामिन बी-12 भी पाया जाता है।
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पृथ्वी दिवस 🌎हमारे पर्यावरण के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 22 अप्रैल को दुनिया भर में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। 🌎 इसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को एक साथ आने के लिए प्रोत्साहित करना है। 🌎वर्ष 1969 में यूनेस्को द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में 21 मार्च, 1970 को इस दिन को प्रथम बार मनाने का निर्णय लिया गया, परंतु बाद में इसमें कुछ परिवर्तन किए गए और 22 अप्रैल के दिन इसे मनाने का निर्णय लिया गया। 🌎इस दिन का मुख्य उद्देश्य शुद्ध हवा, पानी और पर्यावरण के लिए लोगों को प्रेरित करना है। 🌎पृथ्वी दिवस 2024 की थीम 'ग्रह (प्लेनेट) बनाम प्लास्टिक' है। 🌎पृथ्वी दिवस हमारे ग्रह को समर्पित एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। यह पर्यावरण की ओर ध्यान आकर्षित करता है और संरक्षण और स्थिरता को बढ़ावा देता है।
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