Infoteria
603
Obunachilar
+424 soatlar
+227 kunlar
+9030 kunlar
- Kanalning o'sishi
- Post qamrovi
- ER - jalb qilish nisbati
Ma'lumot yuklanmoqda...
Obunachilar o'sish tezligi
Ma'lumot yuklanmoqda...
Photo unavailableShow in Telegram
Congratulations! 🎉 India won T20 world cup 💐💐🏆❤️
Repost from N/a
Hammasini ko'rsatish...Repost from N/a
पानीपत का तृतीय युद्ध
👇👇👇👇👇👇👇
यह युद्ध 14 जनवरी 1761 को अहमद शाह अब्दाली और मराठों के बीच लड़ा गया था उस समय मराठा पेशवा बालाजी बाजीराव था तथा युद्ध का नेतृत्व सदाशिवराव भाऊ के द्वारा किया गया
इस युद्ध में मराठा तोपखाने का नेतृत्व इब्राहिम गार्दी ने किया वही इमादुमुल्क जो मुगल वजीर था इन्होंने भी मराठों का समर्थन किया था
" दो मोती विलीन हो गए 22 सोने की मुहरे लुप्त हो गई और चांदी तथा तांबे की तो पूरी गणना ही नहीं की जा सकती" इन्हीं पंक्तियों के माध्यम से एक व्यापारी ने बालाजी बाजीराव को पानीपत के युद्ध के परिणाम के बारे में बताया था जदुनाथ सरकार ने लिखा है कि महाराष्ट्र में संभवत कोई ऐसा परिवार न था जिसने कोई न कोई संबंध नहीं खोया हो तथा कुछ परिवारों का तो सर्वनाश हो गया
काशीराज पंडित ने इस युद्ध का आंखों देखा हाल लिखा है
इस युद्ध हार का कारण मराठों की सुझबुझ का अभाव था जैसे मराठे ठंड मे लडने के लिए आदी नहीं थे वही अहमद शाह अब्दाली की सेना इसके लिए अभयस्त थी
तत्कालीन जाट शासक सूरजमल ने उन्हें इसका इतजार करने के लिए कहा था
सूरजमल ने सदाशिव राव भाऊ को परामर्श दिया कि वह स्त्रियां तथा बच्चों जो सैनिकों के साथ थे तथा भारी तोपों और अन्य ऐश्वर्य की सामग्री झांसी अथवा ग्वालियर में ही छोड़ जाए परंतु उन्होंने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया
सूरजमल ने मराठों को परंपरागत युद्ध पद्धति में ही लड़ने के लिए कहा लेकिन मराठा सरदारों के परस्पर द्वेष के कारण उनकी बातों को अनसुना कर दिया गया जैसा कि सदाशिव राव भाऊ मल्हार राव होलकर को एक व्यर्थ वृद्ध पुरुष समझता था और मल्हार राव होलकर ने भी क्रुद्ध होकर युद्ध से पूर्व कहा था कि यदि शत्रु इस पुणे के ब्राह्मण को नीचा नहीं दिखाएगा तो हम से तथा अन्य मराठा सरदारों से ये लोग कपड़े धुल जाएंगे
इसी प्रकार मराठों की लूटमार निती ने उत्तरी भारत में उनके लिए दुशमन खडे कर दिए जिसका उदाहरण 17 जुलाई 1734 को हुरडा सम्मेलन में देख सकते हैं कि किस प्रकार समस्त राजपूतों ने एकत्र होकर मराठों के आक्रमणों को रोकने के लिए सम्मेलन का आयोजन किया हालांकि यह असफल रहा था
इस प्रकार कहा जा सकता है कि मराठों ने सूरजमल की सलाह को न मानकर पराजय अपनी झोली में डाल ली जिसका प्रत्यक्ष फायदा अंग्रेजों को मिला और भारत में उनका मुकाबला करने वाली कोई शक्ति नहीं रही...
👍 2
Repost from N/a
कोन सा देश 2023-24 में भारत का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य बनकर उभरा है ?Anonymous voting
- नीदरलैंड
- मैक्सिको
- अफगानिस्तान
- ईरान
सक्षमता परीक्षा 4 मार्च का प्रश्न.pdf
सक्षमता_परीक्षा_4_मार्च_का_प्रश्न.pdf22.62 MB
Repost from N/a
मोहन गाड़ी के डिब्बे में यात्रा कर रहा था। वहां वह एक पुरुष और पांच महिलाओं से मिला। हर महिला के गोद में एक बच्चा था। डिब्बे में कुल कितने जन थे?Anonymous voting
- 12
- 37
- 28
- 17
Boshqa reja tanlang
Joriy rejangiz faqat 5 ta kanal uchun analitika imkoniyatini beradi. Ko'proq olish uchun, iltimos, boshqa reja tanlang.