📚🏆 Kankawati Classes 🏆📚
نمایش بیشتر
452
مشترکین
اطلاعاتی وجود ندارد24 ساعت
-27 روز
+730 روز
- مشترکین
- پوشش پست
- ER - نسبت تعامل
در حال بارگیری داده...
معدل نمو المشتركين
در حال بارگیری داده...
*कनकावती क्लासेज केकड़ी*
8290055395
*न्यू बैच– BSTC*
*सोमवार से*
*प्रात: 9 बजे*
👉🏻आवेदन तिथि:– *11 मई 2024*
👉🏻आवेदन अन्तिम तिथि:– *31 मई 2024*
👉🏻परीक्षा तिथि:– *30 जून 2024*
*👉केकड़ी जिले का सबसे भरोसेमंद संस्थान*
*👉BSTC 2023 में जिला टॉपर व सर्वाधिक सलेक्शन*
*👉प्रत्येक टॉपिक का टेस्ट व साप्ताहिक टेस्ट*
*👉10 ओएमआर सीट पर एग्जाम आधारित टेस्ट*
*पता– पीर बाबा के पास जैन पेट्रोल पंप के सामने अजमेर रोड केकड़ी*
https://www.youtube.com/live/u4vUwZlsBKg?si=PJDohMu8z0CCGtk1
अब JET pre Exam की तैयारी करें कनकावती क्लासेज के YouTube Channel पर live MCQ के माध्यम से
JET pre Exam की तैयारी हेतु चैनल को सब्सक्राइब करे!
*नि:शुल्क MCQ क्लास के लिए हमारा YouTube चैनल सब्सक्राइब करें*👇👇👇
https://youtube.com/@Kankawaticlasses48?si=Cn6CK7-FL1ko4Wo0
*व्यवस्थित एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा तैयारी से सरकारी सेवा में अपना स्थान पक्का के लिए हमारा एप्लीकेशन डाऊनलोड करें*👇👇
https://play.google.com/store/apps/details?id=co.ted.thzro&pcampaignid=web_share
*क्लास की PDF व विशेष शिक्षण सामग्री प्राप्त करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें*
https://t.me/kankawati_coaching_classes_kekri
कृषि संकाय के विद्यार्थियों को समर्पित राजस्थान का सर्वोत्कृष्ट संस्थान *कनकावती क्लासेज़*
पता -- पीर बाबा के पास, गणपति प्लाजा अजमेर रोड़ केकड़ी
8290055395
نمایش همه...
JET / CUET 2024 || Agronomy MCQ 2 || by S.R sir #jetexam2024 #cuet2024 #agronomy #kankawaticlasses
JET / CUET 2024 || Agronomy MCQ 2|| by S.R sir #jetexam2024 #cuet2024 #agronomy #kankawaticlasses #agronomy #agronomyclass #agronomy_important_question #Ka...
🔸 इतिहासकार बदायूँनी युद्ध में मुगल सेना के साथ उपस्थित था।
🔸 राणा प्रताप के घायल होने पर झाला बीदा ने राजचिह्न धारण किया तथा युद्ध लड़ते हुए वीर गति प्राप्त की।
🔸युद्ध में हाथी के वार से घायल राणा प्रताप के घोड़े चेतक की एक नाले को पार करने के बाद मृत्यु हो गई।
🔸बलीचा गाँव में चेतक की समाधि बनी हुई है।
🔸बदायूँनी कृत ‘मुन्तखब-उत्त-तवारीख’ में हल्दीघाटी युद्ध का वर्णन किया।
🔸इस युद्ध को अबुल-फजल ने ‘खमनौर का युद्ध’, बदायूँनी ने ‘गोगुन्दा का युद्ध’ तथा कर्नल टॉड ने ‘हल्दीघाटी का युद्ध’ कहा।
🔸राजसमन्द में प्रत्येक वर्ष ‘हल्दीघाटी महोत्सव’ मनाया जाता है।
● दिवेर का युद्ध (अक्टूबर, 1582) :-
🔸 कुँवर अमरसिंह ने अकबर के काका सेरिमा सुल्तान का वध कर दिवेर पर अधिकार किया।
🔸कर्नल जेम्स टॉड ने इस युद्ध को ‘प्रताप के गौरव का प्रतीक’ और ‘मेवाड़ का मैराथन’ कहा।
🔸5 दिसम्बर, 1584 को अकबर ने आमेर के भारमल के छोटे पुत्र जगन्नाथ कच्छवाहा को प्रताप के विरुद्ध भेजा। जगन्नाथ भी असफल रहा। जगन्नाथ की माण्डलगढ़ में मृत्यु हो गई।
🔸जगन्नाथ कच्छवाहा की ’32 खम्भों की छतरी’ - माण्डलगढ़ (भीलवाड़ा) में स्थित है।
🔸1585 ई. से 1597 ई. के मध्य प्रताप ने चित्तौड़ एवं माण्डलगढ़ को छोड़कर शेष सम्पूर्ण राज्य पर पुन: अधिकार कर लिया था।
🔸1585 ई. में लूणा चावण्डिया को पराजित कर प्रताप ने चावण्ड पर अधिकार किया तथा इसे अपनी नई राजधानी बनाया।
🔸चावण्ड में प्रताप ने ‘चामुण्डा माता’ का मंदिर बनवाया।
🔸चावण्ड 1585 से अगले 28 वर्षों तक मेवाड़ की राजधानी रहा।
🔸1597 में धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाते समय प्रताप को गहरी चोट लगी। जो उनकी मृत्यु का कारण बनी।
🔸मृत्यु - 19 जनवरी, 1597, चावण्ड
🔸 अग्निसंस्कार - बांडोली
🔸 प्रताप की 8 खम्भों की छतरी - बांडोली (उदयपुर) में खेजड़ बाँध की पाल पर।
🔸 प्रताप कालीन रचनाएँ –
1. दरबारी पंडित चक्रपाणि मिश्र – विश्ववल्लभ, मुहूर्तमाला, व्यवहारादर्श व राज्याभिषेक पद्धति।
2. जैन मुनि हेमरत्न सूरी – गोरा-बादल, पद्मिनी चरित्र चौपाई, महिपाल चौपाई, अमरकुमार चौपाई, सीता चौपाई, लीलावती
🔸 प्रताप द्वारा निर्मित मंदिर – 1. चामुण्डा देवी (चावण्ड) 2. हरिहर मंदिर (बदराणा)
👍 1
♦️महाराणा प्रताप♦️
जन्म - 9 मई, 1540 (ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया, विक्रम संवत् 1597)
जन्म स्थान - बादल महल (कटारगढ़) कुंभलगढ़ दुर्ग
पिता – महाराणा उदयसिंह
माता – जयवंता बाई (पाली नरेश अखैराज सोनगरा की पुत्री)
विवाह – 1557 ई. में अजबदे पँवार के साथ हुआ।
पुत्र - अमरसिंह
शासनकाल – 1572-1597 ई.
उपनाम - 1. ‘कीका’ (मेवाड़ के पहाड़ी प्रदेशों में) 2. मेवाड़ केसरी 3. हिन्दुआ सूरज
प्रथम राज्याभिषेक - 28 फरवरी, 1572 को महादेव बावड़ी (गोगुन्दा)
विधिवत् राज्याभिषेक - कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ जिसमें मारवाड़ के राव चन्द्रसेन सम्मिलित हुए।
प्रताप का घोड़ा – चेतक
हाथी – रामप्रसाद व लूणा
🔸हल्दीघाटी का युद्ध (राजसमन्द) 18 जून, 1576
🔸वर्ष 1576 की शुरुआत में अकबर मेवाड़ पर आक्रमण की तैयारी हेतु अजमेर आया और यहीं पर मानसिंह को इस युद्ध का नेतृत्व सौंपा।
🔸मुगल सेना का प्रधान सेनानायक – मिर्जा मानसिंह (आमेर)
सहयोगी सेनानायक - आसफ खाँ
🔸 सहयोगी सेनानायक - आसफ खाँ
🔸 राणा प्रताप की हरावल सेना का नेतृत्व - हकीम खाँ सूर
🔸 चंदावल सेना का नेतृत्व - राणा पूँजा
🔸 मुगल सेना के हरावल भाग का नेतृत्व - सैय्यद हाशिम
🔸 इतिहासकार बदायूँनी यु