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JET / CUET 2024 || Agronomy MCQ 2 || by S.R sir #jetexam2024 #cuet2024 #agronomy #kankawaticlasses

JET / CUET 2024 || Agronomy MCQ 2|| by S.R sir #jetexam2024 #cuet2024 #agronomy #kankawaticlasses #agronomy #agronomyclass #agronomy_important_question #Ka...

🔸 इतिहासकार बदायूँनी युद्ध में मुगल सेना के साथ उपस्थित था। 🔸 राणा प्रताप के घायल होने पर झाला बीदा ने राजचिह्न धारण किया तथा युद्ध लड़ते हुए वीर गति प्राप्त की। 🔸युद्ध में हाथी के वार से घायल राणा प्रताप के घोड़े चेतक की एक नाले को पार करने के बाद मृत्यु हो गई। 🔸बलीचा गाँव में चेतक की समाधि बनी हुई है। 🔸बदायूँनी कृत ‘मुन्तखब-उत्त-तवारीख’ में हल्दीघाटी युद्ध का वर्णन किया। 🔸इस युद्ध को अबुल-फजल ने ‘खमनौर का युद्ध’, बदायूँनी ने ‘गोगुन्दा का युद्ध’ तथा कर्नल टॉड ने ‘हल्दीघाटी का युद्ध’ कहा। 🔸राजसमन्द में प्रत्येक वर्ष ‘हल्दीघाटी महोत्सव’ मनाया जाता है। ● दिवेर का युद्ध (अक्टूबर, 1582) :- 🔸 कुँवर अमरसिंह ने अकबर के काका सेरिमा सुल्तान का वध कर दिवेर पर अधिकार किया। 🔸कर्नल जेम्स टॉड ने इस युद्ध को ‘प्रताप के गौरव का प्रतीक’ और ‘मेवाड़ का मैराथन’ कहा। 🔸5 दिसम्बर, 1584 को अकबर ने आमेर के भारमल के छोटे पुत्र जगन्नाथ कच्छवाहा को प्रताप के विरुद्ध भेजा। जगन्नाथ भी असफल रहा। जगन्नाथ की माण्डलगढ़ में मृत्यु हो गई। 🔸जगन्नाथ कच्छवाहा की ’32 खम्भों की छतरी’ - माण्डलगढ़ (भीलवाड़ा) में स्थित है। 🔸1585 ई. से 1597 ई. के मध्य प्रताप ने चित्तौड़ एवं माण्डलगढ़ को छोड़कर शेष सम्पूर्ण राज्य पर पुन: अधिकार कर लिया था। 🔸1585 ई. में लूणा चावण्डिया को पराजित कर प्रताप ने चावण्ड पर अधिकार किया तथा इसे अपनी नई राजधानी बनाया। 🔸चावण्ड में प्रताप ने ‘चामुण्डा माता’ का मंदिर बनवाया। 🔸चावण्ड 1585 से अगले 28 वर्षों तक मेवाड़ की राजधानी रहा। 🔸1597 में धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाते समय प्रताप को गहरी चोट लगी। जो उनकी मृत्यु का कारण बनी। 🔸मृत्यु - 19 जनवरी, 1597, चावण्ड 🔸 अग्निसंस्कार - बांडोली 🔸 प्रताप की 8 खम्भों की छतरी - बांडोली (उदयपुर) में खेजड़ बाँध की पाल पर। 🔸 प्रताप कालीन रचनाएँ – 1. दरबारी पंडित चक्रपाणि मिश्र – विश्ववल्लभ, मुहूर्तमाला, व्यवहारादर्श व राज्याभिषेक पद्धति। 2. जैन मुनि हेमरत्न सूरी – गोरा-बादल, पद्मिनी चरित्र चौपाई, महिपाल चौपाई, अमरकुमार चौपाई, सीता चौपाई, लीलावती 🔸 प्रताप द्वारा निर्मित मंदिर – 1. चामुण्डा देवी (चावण्ड) 2. हरिहर मंदिर (बदराणा)
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♦️महाराणा प्रताप♦️ जन्म - 9 मई, 1540 (ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया, विक्रम संवत् 1597) जन्म स्थान - बादल महल (कटारगढ़) कुंभलगढ़ दुर्ग पिता – महाराणा उदयसिंह माता – जयवंता बाई (पाली नरेश अखैराज सोनगरा की पुत्री) विवाह – 1557 ई. में अजबदे पँवार के साथ हुआ। पुत्र - अमरसिंह शासनकाल – 1572-1597 ई. उपनाम - 1. ‘कीका’ (मेवाड़ के पहाड़ी प्रदेशों में) 2. मेवाड़ केसरी 3. हिन्दुआ सूरज प्रथम राज्याभिषेक - 28 फरवरी, 1572 को महादेव बावड़ी (गोगुन्दा) विधिवत् राज्याभिषेक - कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ जिसमें मारवाड़ के राव चन्द्रसेन सम्मिलित हुए। प्रताप का घोड़ा – चेतक हाथी – रामप्रसाद व लूणा 🔸हल्दीघाटी का युद्ध (राजसमन्द) 18 जून, 1576 🔸वर्ष 1576 की शुरुआत में अकबर मेवाड़ पर आक्रमण की तैयारी हेतु अजमेर आया और यहीं पर मानसिंह को इस युद्ध का नेतृत्व सौंपा। 🔸मुगल सेना का प्रधान सेनानायक – मिर्जा मानसिंह (आमेर) सहयोगी सेनानायक - आसफ खाँ 🔸 सहयोगी सेनानायक - आसफ खाँ 🔸 राणा प्रताप की हरावल सेना का नेतृत्व - हकीम खाँ सूर 🔸 चंदावल सेना का नेतृत्व - राणा पूँजा 🔸 मुगल सेना के हरावल भाग का नेतृत्व - सैय्यद हाशिम 🔸 इतिहासकार बदायूँनी यु
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