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𝙽𝚘 𝙳𝚘𝚌𝚞𝚖𝚎𝚗𝚝 𝙽𝚘 𝙷𝚒𝚜𝚝𝚘𝚛𝚢

नमस्ते दोस्तों.... आप सभी का हमारे चैनल 🍀 𝒩𝑜 𝒟𝑜𝒸𝓊𝓂𝑒𝓃𝓉 𝒩𝑜 𝐻𝒾𝓈𝓉𝑜𝓇𝓎 🍀मै आपका बहुत बहुत स्वागत हैँ ☘.. विशेष सुचना ✅....इस चॅनेल पर साँझा की गयी किताबे अन्य ग्रुप से फॉरवर्ड की हुई है...✔️

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Digital Rare Book: Mahatma and the Netaji: Two Men of Destiny of India by Samar Guha Published by Sterling, 1986
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Digital Rare Book: The BJP and the Compulsions of Politics in India Edited by Thomas Blom Hansen, Christophe Jaffrelot Originally Published: 1998
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दशरथ जातक में राम जी को सीता जी के भाई के रूप में फिर पति के रूप में दर्शाया गया है 💐
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यह छबि लंदन में बैंक ऑफ इंग्लैंड और रॉयल एक्सचेंज के बाहर यातायात का एक दृश्य हैं, सन 1896 ई .का।
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Modi 3.O or not Wait & watch
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https://youtu.be/QhoglFOTFKc?si=1DPHyPyBHfaF9xfA
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question 1 option aur hona chahiye n 1 se adhik ka
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🙏🙏
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आप सभी लोगो को विश्व पर्यावरण दिवस की ढेर सारी शुभकामनायें इस बार पर्यावरण की थीम " भूमि बहाली मरुस्थलीकरण और सुखा सहनशीलता कम से कम लाइफ में एक पेड बनता ही है लगाने को
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एक बात कन्फ़र्म है सरकार बनेगी को मोटा भाई का नही को किसा का नही 🤣🤣🤣
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एक नीतीश के जाने से ही सरकार नही बनती दिख रही I.N.D.I.A वाले तो घटबंधन कर रहे है उसका नाम अमित शाह है कही वो I.N.D.I.A वालो से बीजेपी में न समन करा दे😂
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बक ससुर के नाती राष्ट्रपति बनवा देंगे राहुल बस सर्पोट कर दो नीतीश बाबु 🤣🤣🤣🤣
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😁😅
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सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि 9 जून को एग्जाम है और 10 जून तक एडमिट कार्ड दे सकते हैं.. मतलब भोजन आपके आने तक चलता रहेगा..😂😂
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Earn while you learn 😂😁
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Date बढ़ेगी 🤣🤣🤣
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मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग...अजब कारनामा...9 जून को एग्जाम है..और 8 जून तक फॉर्म भरवा रहे...✅✅😅🤣
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✅✅✅✅
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नहीं उस रास्ते का कोई रहबर (मार्गदर्शक) कि जिस रस्ते पे अब मैं चल पड़ा हूँ मुझे सब देख कर हैरान क्यूँ हैं मैं क़ातिल हूँ या कोई देवता हूँ। ✅✅✅✅😅
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राज्याभिषेक समारोह के पूरा होने के बाद 18 जून को जीजाबाई की वृद्धावस्था में मृत्यु हो गई। इससे पहले उन्हें अत्यधिक खुशी और हार्दिक संतुष्टि प्राप्त हुई थी. उनकी मृत्यु के बाद राजा को जिजामाता की 25 लाख (होन) की संपत्ति विरासत में मिली। कुछ लोग कहते हैं कि यह और भी अधिक था। उनकी मृत्यु के दुःख की अवधि समाप्त होने के बाद, 24 सितंबर को शिवाजी राजा का एक बार फिर राज्याभिषेक किया गया। (डच रिकॉर्ड्स, एस.आर. कल्पतरु। शिवपुर सूची।) ✅✅✅🧡🧡🌹🌹🚩🚩
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भारत के हर हिस्से में विद्वान ब्राह्मणों को निमंत्रण भेजा गया। इस आगामी समारोह की खबर ने अन्य लोगों का भी ध्यान आकर्षित किया. ग्यारह हजार ब्राह्मण अपनी पत्नियों और बच्चों के साथ रायगढ़ आये। उनकी कुल संख्या पचास हजार थी। राजा के खर्च पर उन्हें चार महीने तक मिठा भोजन दिया गया। राजाओं ने ब्राह्मणों, सरदारों, राज्य के स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों, अन्य राज्यों के वकीलों, विदेशी व्यापारियों और मेहमानों, समुदाय से आए गरीब लोगों के लिए एक आरामदायक वातावरण प्रदान करने में बहुत दूरदर्शिता और संगठनात्मक कौशल और शक्ति का प्रयोग किया.... ०६/०६/१६७४..🧡🧡🚩🚩
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★ असहयोग आंदोलन की वापसी पर प्रतिक्रिया - गांधी जी के द्वारा आंदोलन की वापसी ने उन्हें सर्वत्र कटु आलोचना का पात्र बना दिया। अनेक कांग्रेसी गांधी जी के इस निर्णय से चकित व हतप्रभ रह गए। ● सुभाषचंद्र बोस ने अपने प्रसिद्ध ग्रंथ 'इंडियन स्ट्रगल' में लिखा है-“डिक्टेटर का फरमान मान लिया गया। कोई न समझ सका कि महात्मा गांधी जी ने चौरी-चौरा की विच्छिन्न घटना का इस्तेमाल सारे देश के आंदोलन का गला घोंटने में क्यों किया?” उन्होंने आगे कहा- “जबकि जनता का जोश उबल रहा था, उस समय पीछे हटने का आदेश देना 'राष्ट्रीय दुर्भाग्य से कुछ कम नहीं था।” ● पं० जवाहरलाल नेहरू ने भी लिखा - “ऐसे समय में, जबकि लगता था कि हम अपनी स्थिति मजबूत कर रहे थे और सब मोर्चों पर आगे बढ़ रहे थे, गांधी जी के द्वारा संघर्ष को बंद कर दिए जाने का समाचार जब हमें मिला, तो हम बहुत नाराज़ हुए।" ● मोतीलाल नेहरू तथा लाला लाजपत राय ने जेल से कार्यकारिणी के फैसले के विरुद्ध गांधी जी को खत लिखा। इन दोनों ने एक स्थान विशेष के दुष्कर्म के लिए सारे देश को सज़ा देने के लिए गांधी जी की आलोचना की।             "मोतीलाल नेहरू ने कहा- “केपकेमोरिन (कन्याकुमारी) के पास का कोई गांव अगर हिंसक हो गया, तो हिमालय की तराई में स्थित किसी गांव को इसकी सज़ा क्यों दी जाए?” गांधी जी ने उन्हें सीधा सा जवाब दिया- “नागरिकता की दृष्टि से कैदी मर चुका होता है एवं उसे नीति के बारे में कहने-सुनने का कोई अधिकार नहीं है।”          मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ने असहयोग आंदोलन को वापस लेने को एक 'महान भूल' (Grievous error) की संज्ञा दी, जिससे जोश तथा मनोबल ठंडे पड़ गए। ● गांधी जी के एक प्रशंसक रोम्यां रोलां ने इन नेताओं की भावनाओं को इन शब्दों में चित्रित किया है- “यह बड़ा ही ख़तरनाक है कि पहले तो संपूर्ण राष्ट्र बल संगठित और एकताबद्ध कर लोगों को आंदोलन के लिए लालायित किया जाए, अंतिम आदेश देने के लिए बांह उठा ली जाए, लेकिन आदेश के क्षण में बांह नीचे गिरा दी जाए और उस महान् दुर्जेय संगठन को, जो गतिशील हो चुका हो, दृढ़तापूर्वक रोक दिया जाए। तेजी से भागते मोटर को एकदम रोकने से ब्रेक तो टूटेंगे ही, गतिशक्ति के टूट जाने का भी ख़तरा होता है। " ● डॉ० राजेन्द्र प्रसाद ने लिखा- “साधारण जनता में जैसे एक मुर्दनी-सी दिखाई देने लगी, मानो दौड़ता हुआ मनुष्य ठेस लग जाने से गिर पड़ा हो।” ● रजनीपाम दत्त ने कहा-“खोदा पहाड़ निकली चुहिया।” इन्होंने बारदोली प्रस्ताव के छठी व सातवीं धारा को आधार बनाकर इस आंदोलन की आलोचना की, जिसमें कृषकों से, ज़मीदारों को कर देने की अपील की गई थी। रजनीपाम दत्त ने अंत में लिखा है-“गांधी सहित कांग्रेस के नेताओं ने आंदोलन को वापस इसलिए ले लिया कि उन्हें भय था कि इससे जनता में आंदोलन फैल जाएगा। वे जनता के आंदोलन से  डरते थे, क्योंकि इससे संपत्तिशाली वर्ग के हितों को नुकसान पहुंचता था। वे स्वयं इस वर्ग के साथ घुले-मिले थे। आंदोलन की उग्रता की वजह से उनके नेतृत्व पर ख़तरा उत्पन्न हो गया था, इसलिए उन्होंने आंदोलन को वापस ले लिया।" ● ज्यूडिथ ब्राउन ने अपनी पुस्तक 'गांधीज राईज टु पावर' में यह तर्क दिया कि “असहयोग आंदोलन बहुत सफल नहीं हुआ था। वह धीरे-धीरे समाप्त हो ही रहा था, इसलिए गांधी जी ने आंदोलन को वापस लेकर केवल वास्तविकता का ही परिचय दिया।”    ..✍✍✍✍✍ https://t.me/dreamshinganiaOm
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सभी वोट डाल दे कृपया करके...✅✅✅
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Koi vote to krta nji hai... khi hmare saath nhi dhokha na ho Jaye 😁
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10 june
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आपका फाइनल रिजल्ट कब है..😂😂😅😅
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प्रिय दोस्तों.. कृपया आप् सभी हर 30 मिनिट मै वोट दे सकते हो,...आपको दिन भर मै जब जब समय मिलेगा तब तब आप वोट डालिये...✅ यह प्रतियोगिता बहुत जल्द खत्म होने वाली हैं इसलिए समय कम है...आप सभी से रिक्वेस्ट है की कृपया सहयोग करे...✅ और इस छोटीसी गुड़िया को प्रथम रैंक मै लाने का प्रयास करे....✔️ बिना स्वार्थ के किसी कार्य को करने से पुण्य मिलता है...✅💔 अभी इनका रैंक 56 का हो गया है...आप सभी अपना बहुमूल्य वोट देकर इस प्यारी बच्ची को टॉपर बना सकते हो...🌷 यह सिर्फ़ और सिर्फ़ विनंती है...✅✅✅✅ https://www.cutebabyvote.com/may-2024/?contest=photo-detail&photo_id=357824 ✅✅✅✅✅✅✅✅👍👍👍👍
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Mahatma and the Netaji: Two Men of Destiny of India.pdf56.01 MB
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Digital Rare Book: Mahatma and the Netaji: Two Men of Destiny of India by Samar Guha Published by Sterling, 1986
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Digital Rare Book: The BJP and the Compulsions of Politics in India Edited by Thomas Blom Hansen, Christophe Jaffrelot Originally Published: 1998
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🤷‍♀ 2
The BJP and the Compulsions of Politics in India.pdf69.26 MB
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दशरथ जातक में राम जी को सीता जी के भाई के रूप में फिर पति के रूप में दर्शाया गया है 💐
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🤔 2
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यह छबि लंदन में बैंक ऑफ इंग्लैंड और रॉयल एक्सचेंज के बाहर यातायात का एक दृश्य हैं, सन 1896 ई .का।
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👍 3
Modi 3.O or not Wait & watch
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