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https://youtu.be/WOcwHIT1wOw?si=lvrKw_B1lsHVXRlC हमें तो हरतरह हरतरफ से धीमा जहर ही देकर केवल और केवल तन मन धन धर्म सेहत जीवन को बर्बाद किया जाता है, मगर हम अपनी पूजा पद्धति को भी तहस-नहस नष्ट-भ्रष्ट कर चुके हैं, क्यों कि हमें तो बस प्रचार प्रसार तंत्र से जो कचड़ा दिया जाता है वही लेकर हम अपने अपने स्टेटस अपडेट करते हैं और आपस में डिस्कशन कर बखान करते हैं, कि फलां फलां उत्पाद लाए हैं, मगर दिलो-दिमाग को जहमत नहीं देते हैं कि हमें आखिर दिया क्या जा रहा है 🙄 आज जगाने वाले अपनी अपनी पुरजोर कोशिश कर रहे हैं, मगर मुगली घुट्टी पिलाई गई है तो चैन से सो रहे हैं 🙄
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ज्यादातर केमिकल वाले धूपबत्ती लगाते हैं, शुद्ध ऐसी होती है, गजब जानकारी || Technical Farming ||

बहुत से लोग सुबह रोजाना पूजा अर्चना के लिए धूप बत्ती का प्रयोग करते हैं धूपबत्ती का वर्णन आयुर्वेद में भी है आयुर्वेदिक तरीके से तैयार की गई धूपबत्ती सेहत के लिए गुणकारी होती है वातावरण को शुद्ध करती है लेकिन आजकल जो धूपबत्ती आ रही है उनमें केमिकल की मिलावट हो रही है शुद्ध धूपबत्ती और केमिकल वाली धूपबत्ती में क्या अंतर है? इसकी पूरी जानकारी वीडियो में दी गई है many people worship with dhupbatti. Dhupbatti gives fragrance which used to feel soothing. Here we share you some detail about ayurvedic dhupbatti which is very much soothing and healthy. This dhuppbatti contain no pollutant and chemicals its ingredients are pure Ayurvedic and soothing fragrance #health #naturalfarming #organicfarming

अक्सर लोगों से सुना होगा कि हमें फलां फलां रोग कैसे हुआ, पर दिलो-दिमाग पर जोर नहीं दिया जाता है कि हम इतने आधुनिकता में उलझकर रह गए हैं कि हमें अपनी ही गलतियां नहीं दिखाई देतीं हैं, कि कहां कहां से हमें बीमारियां परोसीं गई हैं❓❓❓
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VID-20240701-WA0013.mp46.96 MB
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*आज इंसान सैकड़ों तरह का भोजन के अलावा सप्लिमेंटस् व दवाइयाँ भी ले लेता है। ये नहीं खाएंगे तो इस चीज की कमी शरीर मे होगी, ये सबने बचपन से रट लिया है। गाँव में तीन चारदशक पूर्व भोजन की कुछ ही किस्में जिस इलाके में जो उगाया जाता वही खाते इसलिए किसी भी तरह के न्यूट्रीशंस की कोई कमीं नहीं थी। शाकाहारी जीव गाय बैल केवल घास पत्तों से, मांसाहारी जीव केवल मांस से, पोषक तत्व प्राप्त करते हैं। आज़ विज्ञान का युग है या अज्ञान का❓प्रकृति में हमारे आस पास जो भी उगता है उसी में हमारे लिए सभी जरूरतें पूरी करने की चीजें मौजूद हैं। हमारे बुजुर्ग कुंओं का पानी पीकर सौ साल तक स्वस्थ व दातुन करके अस्सी साल तक चने चबाते थे। कुल मिलाकर निष्कर्ष यही निकलता है कि यदि हमें ऑर्गेनिक चीज खाने को मिले तो कुछ चीजों से ही सभी पोषक तत्त्वों को पाकर हम स्वस्थ रह सकते हैं* 👏
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बस मुझे एक मौका दीजिए... आज मै बीज हूँ यदि थोड़ा सा सहयोग करें एक-दो इंच का छेद करें ।। फिर तो में स्वयं...!!! थोड़ी सी उमस थोड़ी सी धूप थोड़ा पानी थोड़ी और हवा पाकर में बीज से पौध ओर पौध से पेड़ बन जाऊंगा ।। पेड़ बनने पर में आपको प्राणवायु,ईंधन,ओषधि,छाया,आश्रय और फलों का उपहार देना चाहूंगा...बस मुझे एक मौका दीजिए.!!!
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मैं तो कभी भी साबुन शैंपू व कॉस्मेटिक का प्रयोग नहीं करती हूं, दूध दही से स्नान करने से किसी भी तरह की लीपापोती की जरूरत ही नहीं पड़ेगी ये मेरा वादा व दावा है, बस मैकोलाक्स दिलो-दिमाग को जहमत उठाने तो दें, बस प्रचार प्रसार तंत्र में बताए गए उत्पाद उपयोग कर करके कहां पहुंचे हैं और कहां पहुंचेंगे इतनी सी बात है कि जो किसी को भी समझमें क्यों नहीं आती 😡
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VID-20240714-WA0072.mp410.07 MB
🔥 1
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*इंद्रा की इमरजेंसी सच में बहुत खरनाक थी।👉 लेकिन जो (2020, 2021, 2022) में तां.डव मचा था।, क.रोना के नाम पर और अभी और आगे भी मचने वाला ह।, जबरदस्ती पकड़ पकड़ के वैसलीन लगाई, और ऐस आदेश दिए गए, जिसमे (सविधान की नागरिकों) के (स्वयं को स्वतंत्र की धारा) का उलंघन करके सविधान को साइड कर दिया और कहा गया, की अगर वस्लिन नही लगवाओ तो, घर से बाहर,दुकान,सरकारी/प्रराइवेट ऑफिस, तमाम छोटी बड़ी कंपनियों, सैलरी,पेंशन, राशन जैसी दैनिक जीवन की सकड़ो चीजों पर सीधा सीधा धमकी देकर या कहे इमोस्नल अत्याचार किया था, आज उसके ही परिणाम स्वरूप लोग क्या बच्चे, जवान, बुजुर्ग बिना किसी लंबी बीमारी के आचनक, (हा.र्ट अटैक) ,(ब्रेन स्ट्रो.क), (कैंसर),(लकवा),(टीबी) जसे अनेकों गंभीर साइड इफेक्ट/बीमारियों से रोजाना सकड़ो/हजारों लोग मौत के मुंह में जा रहे ह। जब ये बात सुप्रीम कोर्ट में गई तो मोदी सरकार 272 पेजो,में जवाब दिया की हमने किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं की न ही कोई पाबंदी लगाई, और न मजबूर किया, घर के घर खाली हो रहे ह क्या ये राम राज चल रहा ह.........? किसी भी पार्टी के राजनेता और उनके तलवे चाटने वालो के पास जवाब ह कोई.....?😡😡😡*
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समझाने वाले पुरज़ोर कोशिश कर रहे हैं 🙄 मगर समझने लायक बुद्धि ही नहीं बचाई गई है तो दिलो-दिमाग चले तो❓❓❓
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VID-20240714-WA0004.mp47.87 MB
नीलम रसोपचार केन्द्र 🙏 हमें परेशानियों से मुक्ति मिलेगी अगर हम रोजाना सबेरे शाम खाली पेट एक दो नींबू को काला नमक व मीठा सोड़ा से चाटें तो 👌⬆️ थिएटर में अचानक दिल का दौरा। डॉक्टरों और सहायकों ने मरीज की आंतरिक कोहनी पर थप्पड़ मारे और वह 2 मिनट में ठीक हो गया। यह वीडियो आपको आपातकालीन स्थितियों में हृदय रोगियों पर ध्यान देने और आमतौर पर अचानक होने वाले दिल के दौरे से निपटने की सलाह देता है। कई लोग इतने असहाय हो जाते हैं और अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही मर जाते हैं। कृपया याद रखें: 1. वीडियो में दिखाए अनुसार बाएं हाथ की भीतरी कोहनी पर थपकी देने से बाईं ओर के आसपास के तीन एक्यूप्रेशर बिंदु उत्तेजित हो जाते हैं जो हृदय और फेफड़ों से संबंधित होते हैं 2. थप्पड़ मारने से रक्त संचार तेज हो जाता है, जिससे व्यक्ति को गर्मी महसूस होती है और पसीना आने लगता है, आपको यह जानना होगा कि दिल का दौरा रक्त संचार में रुकावट के कारण होता है।  हाथ की भीतरी कोहनी को थपथपाकर आप शरीर का तापमान बढ़ा सकते हैं, एकत्रीकरण से बच सकते हैं और रक्त परिसंचरण को सुविधाजनक बना सकते हैं। आधुनिकता से बचें अगर स्व+स्थ रहना चाहते हैं तो 🤔
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VID-20240713-WA0036.mp43.96 MB
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हवाई व रेलवे बसें सब-कुछ भारत में भी बंद होगा, जो जहां होगा वहीं रहेगा, जो समझें उनका वंदन जो ना समझें उनका भी अभिनंदन बाकी समय सबको सब-कुछ समझाने में सफल हो ही जाएगा 🤔
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