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Repost from MPPSC PRE FOCUS 2024-25
MP Current Affiers - Adv.pdf15.39 MB
❇️महत्वपूर्ण नारे (SLOGANS)❇️
1. जय जवान जय किसान ➺ लाल बहादुर शास्त्री
2. करो या मरो ➺ महात्मा गांधी
3. जय हिंद ➺ सुभाषचंद्र बोस
4. पूर्ण स्वराज ➺ जवाहरलाल नेहरू
5. हिंदी, हिंदू, हिंदुस्तान ➺ भारतेंदू हरिशचंद्र
6. वेदों की ओर लौटो ➺ दयानंद सरस्वती
7. साइमन कमीशन वापस जाओ ➺ लाला लाजपत राय
8. जय गण मन ➺ रवींद्रनाथ टैगोर
9. सम्राज्यवाद का नाश हो ➺ भगत सिंह
10 भारत छोड़ो ➺ महात्मा गांधी
11. सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा ➺ इकबाल
12. दिल्ली चलो ➺ सुभाषचंद्र बोस
13. तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा ➺ सुभाषचंद्र बोस
14. जय जगत ➺ विनोबा भावे
15. कर मत दो ➺ सरदार बल्लभभाई पटेल
16. संपूर्ण क्रांति ➺ जयप्रकाश नारायण
17. हू लिव्स इफ इंडिया डाइज ➺ जवाहरलाल नेहरू
18. वंदे मातरम् ➺ बंकिमचंद्र चटर्जी
19. आराम हराम है ➺ जवाहरलाल नेहरू
20. स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है ➺ बाल गंगाधर तिलक
21. सरफरोशी की तम्मना अब हमारे दिल में है ➺ रामप्रसाद बिस्मिल
22. इंकलाब जिंदाबाद ➺ भगत सिंह
23. मारो फिरंगी को ➺ मंगल पांडे
24. हे राम ➺ महात्मा गांधी
25. विजय विश्व तिरंगा प्यारा ➺ श्यामलाल गुप्ता पार्षद
Repost from Utkarsh Online Tuitions - Class 6th to 12th
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रामधारी सिंह दिनकर
● रामधारी सिंह दिनकर का जन्म बिहार के मुंगेर जिले के सिमरिया गाँव में 30 सितंबर, 1908 को हुआ।
● वर्ष 1952 में दिनकर राज्यसभा के सदस्य मनोनीत किए गए।
● भारत सरकार ने इन्हें 'पद्मभूषण' अलंकरण से भी अलंकृत किया।
● दिनकर जी को 'संस्कृति के चार अध्याय' पुस्तक पर ‘साहित्य अकादमी’ पुरस्कार मिला।
● अपनी काव्यकृति 'उर्वशी' के लिए इन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
● हुँकार, कुरुक्षेत्र, रश्मिरथी, परशुराम की प्रतीक्षा, उर्वशी, संस्कृति के चार अध्याय इत्यादि दिनकर की प्रमुख कृतियाँ हैं।
● दिनकर ओज के कवि माने जाते हैं।
● इनकी भाषा अत्यंत प्रवाहपूर्ण, ओजस्वी और सरल हैं। अपने देश और युग के सत्य के प्रति सजगता दिनकर की सबसे बड़ी विशेषता है।
● दिनकर में विचार और संवेदना का सुंदर समन्वय दिखाई देता है। इनकी कुछ कृतियों में प्रेम और सौंदर्य का भी चित्रण है।
● 24 अप्रैल, 1974 को दिनकर जी स्वयं को अपनी कविताओं में हमारे बीच जीवित रखकर सदा के लिए अमर हो गए।
Repost from Utkarsh Online Tuitions - Class 6th to 12th
राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस
▪️ प्रतिवर्ष 21 अप्रैल को भारत में ‘राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस’ का आयोजन किया जाता है।
▪️ यह देश के विभिन्न सार्वजनिक विभागों में लगे सभी अधिकारियों की सराहना के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है, जो भारत की प्रशासनिक मशीनरी को चलाने के लिए अथक् प्रयास करते हैं।
▪️ यह दिन विभिन्न विभागों में काम कर रहे सिविल सेवकों के लिए सबसे ऊपर देश के नागरिकों की सेवा करने के लिए एक अनुस्मारक के रूप में भी कार्य करता है।
▪️ भारत में प्रथम सिविल सेवा दिवस का आयोजन 21 अप्रैल, 2006 को विज्ञान भवन में आयोजित किया गया था।
▪️ 21 अप्रैल, 1947 को सरदार वल्लभ भाई पटेल ने मेटकॉफ हाउस में स्वतंत्र भारत में सिविल सेवकों के पहले बैच को संबोधित किया था। ज्ञात हो, उन्होंने अपने प्रेरक भाषण में सिविल सेवकों को ‘भारत का स्टील फ्रेम’ कहा था।
▪️ इसी दिन राष्ट्रीय राजधानी में, सिविल सेवकों की उत्कृष्टता के लिए उन्हें भारत के प्रधानमंत्री द्वारा पुरस्कृत भी किया जाता है।
▪️ ईस्ट इंडिया कंपनी के अंत के बाद, 1886 ई. में CSS का नाम बदलकर इम्पीरियल सिविल सर्विस कर दिया गया तथा यह ब्रिटिश क्राउन के अधीन था।
▪️ बाद में, उसी वर्ष एचिसन आयोग द्वारा यह घोषणा की गई कि भारतीयों को भी सार्वजनिक सेवाओं में रोजगार दिया जाना चाहिए। इस प्रकार, इंपीरियल सिविल सर्विस का नाम बदलकर भारतीय सिविल सेवा का नाम दिया गया था।
▪️ भारत के इतिहास में पहली बार भारतीय सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन वर्ष 1922 में किया गया था।
▪️ 1 अक्टूबर, 1926 को सर रॉस बार्कर की अध्यक्षता में भारत के लोक सेवा आयोग की स्थापना की गई थी।
▪️ वर्ष 1924 में अखिल भारतीय सेवाओं का नाम बदलकर सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज कर दिया गया।
▪️ चूँकि वर्ष 1939 के बाद यूरोपीय लोगों की उपलब्धता कम हो गई, इसलिए सेवा में भारतीयों की संख्या में वृद्धि हुई।
▪️ वर्ष 1947 के बाद, भारतीय सिविल सेवा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) बन गई। भारत में IAS अधिकारी बनने वाले पहले व्यक्ति सत्येंद्रनाथ टैगोर थे।
▪️ वर्ष 2023 के राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस का आयोजन नई दिल्ली के विज्ञान भवन में किया जा रहा है।
▪️ इस आयोजन के दौरान चार चिह्नित प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों को भी शामिल किया गया हैं।
▪️ चार चिह्नित प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों – हर घर जल योजना के माध्यम से स्वच्छ जल को बढ़ावा, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के माध्यम से स्वस्थ भारत को बढ़ावा, समग्र शिक्षा के माध्यम से एक समान और समावेशी कक्षा के वातावरण के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा, आकांक्षी जिला कार्यक्रम के माध्यम से समग्र विकास – संतृप्ति दृष्टिकोण पर विशेष ध्यान देने के साथ समग्र प्रगति में किए गए अनुकरणीय कार्यों के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।
▪️ उपर्युक्त चार चिह्नित कार्यक्रमों के लिए आठ पुरस्कार दिए जाएँगे, जबकि नवाचारों के लिए सात पुरस्कार प्रदान किए जाएँगे।
CURRENT AFFAIRS 2022 MPPSC .pdf
CURRENT AFFAIRS 2022 MPPSC .pdf41.63 MB
शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान:
• पंपास - अर्जेंटीना
• प्रेयरी - अमेरिका
• डाउन्स - ऑस्ट्रेलिया
• वेल्ड - दक्षिण अफ्रीका
• स्टेपी- पश्चिम रूस, मध्य एशिया (यूरेशिया)
उष्णकटिबंधीय घास के मैदानः
लानोस - वेनेजुएला
• सवाना - मध्य और दक्षिणी पूर्वी अफ्रीका
• केम्पोस - ब्राज़ील
आर्थिक समीक्षा 2022-23 (1).pdf
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